Friday, 23 November 2018

तुवरी भस्म की निर्माण विधि,सामान्य गुण और मात्रा Tuvari Bhasam

तुवरी भस्म की निर्माण विधि,सामान्य गुण और मात्रा -


तुवरी भस्म - 


घटक द्रव्य -


शुद्ध स्फटिक ( Alum ) इसको हिन्दी में फिटकरी के नाम से जानते है | 

निर्माण विधि -  


स्फटिक को बारीक़ पीसकर गर्म तवे या कड़ाई में डालकर अच्छी तरह पकावें, जब तक इसका द्रव भाग अच्छी तरह सूख नहीं जाता तब तक धीमी आंच पर पकाते रहें | यह पककर फूलने लगती है और इसका रंग भी सफ़ेद हो जाता है | ठंडा होने के बाद इसको बारीक पीसके कांच की शीशी में सुरक्षित भरके रख लेते है | 

तुवरी भस्म की मात्रा और अनुपान -


इसकी 125mg  से 250mg की मात्रा दिन में एक या दो बार भोजन से पहले या बाद में शहद या दूध के साथ ले सकते है | 

तुवरी भस्म का उपयोग - 

इसका प्रयोग त्वकरोग ( skin diseases ), कास-श्वास रोग ( खांसी ), ज्वर ( बुखार ), और व्रण ( wounds ) में किया जाता है | 




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