Friday, 16 November 2018

द्राक्षासव की निर्माण विधि सामान्य गुण और मात्रा Drakshasava

द्राक्षासव की निर्माण विधि सामान्य गुण और मात्रा 

द्राक्षासव के घटक द्रव्य - 

  • द्राक्षा ( सूखे अंगूर ) = 4.5 किलोग्राम
  • जल कषाय बनाने के लिए = 10 गुना 
  • शक़्कर / मिश्री = 4.8 kg 
  • धातकी पुष्प = 768 gm
  • जाती = 48 gm
  • लवंग = 48 gm
  • कंकोली = 48 gm
  • तेजपत्र =  48 gm
  • दालचीनी = 48 gm  
  • इलायची = 48 gm 
  • नागकेसर = 48 gm 
  • काली मिर्च = 48 gm 
  • चित्रक = 48 gm
  • चव्य = 48 gm 
  • पिप्पलीमूल = 48 gm 
  • निर्गुन्डी = 48 gm


निर्माण विधि - सबसे पहले सूखे अंगूर या द्राक्षा को कषाय बनाने के लिए 40 लीटर जल में उबालें और चौथा भाग / 10 लीटर रह जाने पर ठंडा होने के लिए रख दें , फिर उसमें शक़्कर / मिश्री और शहद अच्छी तरह से मिला ले और अच्छी तरह से छान लें , इसके बाद इसमें सारे प्रक्षेप द्रव्य मिलाकर बर्तन का मुख बंद करके एक महीने तक या तीन हफ़्तों तक साफ़ स्थान पर रख दें, फिर तीन हफ़्तों के बाद बर्तन का मुख खोलकर संधान को जांचने के बाद छानकर कांच की बोत्तल में भरकर सुरक्षित रख लिया जाता है


मात्रा -  12 - 24 ml या  20 ml भोजन के बाद  दिन में दो बार | 


उपयोग - द्राक्षासव का प्रयोग बवासीर, वात और पित्त रोगों में किया जाता है, हृदयरोग, अरुचि, सिरदर्द, अजीर्ण, कब्ज़ आदि में किया जाता है | 


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