TOPIC- 20 पेया कल्पना
निर्माण विधि - चावल का मोटा चूर्ण बनाकर बर्तन में 14 गुना जल के साथ आग पर पकाते है। पूरी तरह पक जाने के बाद नीचे उतारकर स्वाद अनुसार लवण, मारिच, शुण्ठी पिप्पली आदि मसाले डालकर सेवन करना चाहिए। इसमें द्रव भाग अधिक और चावल के कण कम होते है।
गुण - यह वात का अनुलोमन करने वाली है। यह दीपन, पाचन, तथा स्वेद उत्पादक और शरीर की शुद्धि करने वाले गुणों से युक्त है।
निर्माण विधि - चावल का मोटा चूर्ण बनाकर बर्तन में 14 गुना जल के साथ आग पर पकाते है। पूरी तरह पक जाने के बाद नीचे उतारकर स्वाद अनुसार लवण, मारिच, शुण्ठी पिप्पली आदि मसाले डालकर सेवन करना चाहिए। इसमें द्रव भाग अधिक और चावल के कण कम होते है।
गुण - यह वात का अनुलोमन करने वाली है। यह दीपन, पाचन, तथा स्वेद उत्पादक और शरीर की शुद्धि करने वाले गुणों से युक्त है।
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