TOPIC - 16 मसी कल्पना
परिचय - मसी का अर्थ होता है। स्याही, स्याह वर्ण की होने के कारण इसको मसी कल्पना कहते है। इस कल्पना में द्रव्य को इस प्रकार जलाया जाता है कि वह जलकर कोयले जैसा बन जाये।
विधि - किसी भी प्राणिज, खनिज, वानस्पतिक द्रव्यों को जलाकर कृष्ण या स्याह वर्ण बना लेने को मसी कहते है । मसी बनाने के लिए औषधि द्रव्यों को सराव सम्पुट में बन्द करके माध्य्म आंच में पाक करना होता है। शीत होने पर खरल में पीस कर सुरक्षित रख लिया जाता है। त्रिफला मसी और हस्तिदन्तमसी प्रमुख कल्पना मानी गयी है ।
परिचय - मसी का अर्थ होता है। स्याही, स्याह वर्ण की होने के कारण इसको मसी कल्पना कहते है। इस कल्पना में द्रव्य को इस प्रकार जलाया जाता है कि वह जलकर कोयले जैसा बन जाये।
विधि - किसी भी प्राणिज, खनिज, वानस्पतिक द्रव्यों को जलाकर कृष्ण या स्याह वर्ण बना लेने को मसी कहते है । मसी बनाने के लिए औषधि द्रव्यों को सराव सम्पुट में बन्द करके माध्य्म आंच में पाक करना होता है। शीत होने पर खरल में पीस कर सुरक्षित रख लिया जाता है। त्रिफला मसी और हस्तिदन्तमसी प्रमुख कल्पना मानी गयी है ।
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