TOPIC - 10 चूर्ण कल्पना
परिचय - पूरी तरह से सूखे द्रव्यों को इमामदस्ते में या grinder आदि में बारीक़ पीसकर कपड़े से छानकर जो द्रव्य तैयार होता है उसे चूर्ण कहते है । इसे AIR TIGHT CONTAINERS रखना चाहिए।
मात्रा- 2 से 3 ग्राम
चूर्ण में प्रक्षेप द्रव्य की मात्रा - यदि चूर्ण में गुड़ मिलना हो तो समान भाग, शर्करा मिलानी हो तो दो गुना डालनी चाहिए।
अनुपान - चूर्ण के अनुपान के रूप में घृत, तैल, शहद आदि को लेना हो तो इसको दोगुनी मात्रा में मिलाकर चाटना चाहिए। जल, दूध आदि द्रव लेने हो तो चार गुना मात्रा में लेने होते है ।
परिचय - पूरी तरह से सूखे द्रव्यों को इमामदस्ते में या grinder आदि में बारीक़ पीसकर कपड़े से छानकर जो द्रव्य तैयार होता है उसे चूर्ण कहते है । इसे AIR TIGHT CONTAINERS रखना चाहिए।
मात्रा- 2 से 3 ग्राम
चूर्ण में प्रक्षेप द्रव्य की मात्रा - यदि चूर्ण में गुड़ मिलना हो तो समान भाग, शर्करा मिलानी हो तो दो गुना डालनी चाहिए।
अनुपान - चूर्ण के अनुपान के रूप में घृत, तैल, शहद आदि को लेना हो तो इसको दोगुनी मात्रा में मिलाकर चाटना चाहिए। जल, दूध आदि द्रव लेने हो तो चार गुना मात्रा में लेने होते है ।
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