TOPIC - 26 उपनाह कल्पना
परिचय - आम या पकव दोनों प्रकार के व्रणशोथ पर अलसी आदि उष्ण वीर्य द्रव्यों को द्रव के साथ पीसकर लेप लगाना उपनाह कल्पना है। शोथ की आमावस्था या अपक्वावस्था में उपनाह के प्रयोग से शोथ का शमन हो जाता है। और अपकव अवस्था में उपनाह का प्रयोग करने से शोथ का शीघ्रता से पाक हो जाता है। इंग्लिश में उपनाह को POULTICE कहते है।
निर्माण विधि - लोहे के खरल में सत्तू को तैल और घृत के साथ कूटकर पिण्ड बना लेते है। और कुछ गर्म करके वस्त्र पर चाकू से फैला लेते है। तथा शोथयुक्त स्थान पर चिपका देते है।
प्रयोग - इसका प्रयोग व्रण शोथ में किया जाता है।
परिचय - आम या पकव दोनों प्रकार के व्रणशोथ पर अलसी आदि उष्ण वीर्य द्रव्यों को द्रव के साथ पीसकर लेप लगाना उपनाह कल्पना है। शोथ की आमावस्था या अपक्वावस्था में उपनाह के प्रयोग से शोथ का शमन हो जाता है। और अपकव अवस्था में उपनाह का प्रयोग करने से शोथ का शीघ्रता से पाक हो जाता है। इंग्लिश में उपनाह को POULTICE कहते है।
निर्माण विधि - लोहे के खरल में सत्तू को तैल और घृत के साथ कूटकर पिण्ड बना लेते है। और कुछ गर्म करके वस्त्र पर चाकू से फैला लेते है। तथा शोथयुक्त स्थान पर चिपका देते है।
प्रयोग - इसका प्रयोग व्रण शोथ में किया जाता है।
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