Friday, 18 November 2016

कवाथ कल्पना तथा मात्रा

                     कवाथ कल्पना तथा मात्रा 

कवाथ कल्पना:  शुष्क अथवा गीले द्रव्यों को यवकूट कर आवश्यकता अनुसार जल में उबाल कर छानने के बाद जो औषधि तैयार  होती है। उसे कवाथ कहते है। 

कवाथ में जल की मात्रा:  मृदु औषधि द्रव्य में  चार गुना जल। 
                                      कठिन औषधि द्रव्य में आठ से 16 गुना जल। 
कवाथ की मात्रा:  एक पल = 4 तोला 

कवाथ में प्राक्षेप द्रव्य :  मिश्री की मात्रा - वातज रोग में 1/4 भाग, पित्तज रोग में 1/6 भाग, कफज रोग में 1/8 भाग । 
हींग, त्रिकटु गुग्गल और भुना जीरा का चूर्ण 3 ग्राम 
दूध, गुड़, घृत की मात्रा एक कर्ष = 1 तोला। 

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